बरसों हो गये बिछड़े
अब साथ नहीं हो तुम
फिर ऐसा क्यों लगता है
जहां मैं हूं वहीं हो तुम
क्या करू इन उंगलियो का
किसी की भी तस्वीर बनाऊं
तुम्हारी बन जाती है।
ये सिर्फ मेरा पागलपन है या
तुम भी मेरे लिए पागल थी।
ओ ओ ओ….,
कल रास्ते में गम मिल गया था
लग के गले मैं रो दिया
जो सिर्फ मेरा, था सिर्फ मेरा
मैनें उसे क्यों खो दिया।
हां वो आंखे जिन्हें मैं
चुमता था बेवजह।
प्यार मेरे लिए उनमें
बाकी ना रहा।
ओ ओ हमनवा मेरे,
तु है तो मेरी सांसे चलें,
बता दे कैसे मैं
जीऊंगा तेरे बिना।
हर वक्त दिल को
जो सताए ऐसी कमी है
तु मैं भी ना जानूं ये की
इतना क्यूं लाजमी है तु।
नींद जा के ना लौटी
कितनी रातें ढल गयी
इतने तारे गिने की
उंगलिया जल गयीं।
ओ ओ।
तू आखरी आंसु यारा है
आखरी तू गम दिल
अब कहां है जो दोबारा
दे दे किसी को हम
अपनी शामों में हिस्सा
फिर किसी को ना दिया।
ईश्क तेरे बिना भी
मैंनें तुझसे ही किया।
ओ ओ।
हमनवा मेरे, तु है तो
मेरी सांसे चलें, बता दे
कैसे मैं जीऊंगा तेरे बिना।
आसमां रहा मुझे क्यों
आ भी जा कहीं से तु सीने में
मेरे तू है तो सांसें चले
कैसे मैं जीऊंगा तेरे बिना।
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