हाथे संखा चुड़ी काने झुमका बाली
पिंधके आबे रे गोरी अखरा में नाचे रे – 2
हाथे संखा चुड़ी काने झुमका बाली
पिंधके आबू रे पिया अखरा में नाचे रे – 2
तोरे लागिन सजलो संवरलो
पिंधलों मोंय साड़ी रे
आइख में कजरा बाल में गजरा
तोरे लगिन सजना रे
पायालिया छम छम पायालिया छननन छननन
पिंधके आबू रे अखरा में नाचे रे
पायालिया छम छम पिंधके आबू रे अखरा में नाचे रे
आएजा रे गोरी करम खेले आलय करम दिना रे
तोरे बिना सूना लगे भादो के महिना रे
बिंदया पे हाथे चूड़ी ओओओ हाथे कंगना पिंध के गोरी रे
अंखरा में नाचे रे
पिंध आबे चूड़ी कंगना तोंय गोरी रे
अंखरा में नाचे रे ढोल संगे मांदर बाजे बजे संग बसुरिया
कितना सुंदर कितना सुहावना तोरे रे बंसुरिया
मन मोरा मोही लेलक 2
तोरे बंसुरी नाचे मन कराथे अखरा में नाचेक ले
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