राह बुहारूँ, पग पखारूँ, तम निहारूँ जी
प्राण वारूँ, बैयाँ डारूँ, मैं ना हारूँ जी
ए जी म्हारे चतर सुजान, लीजो पहचान
काहे भरमाओ जी, आओ जी, आओ जी, आओ जी
चांदण में, मैं तकूँ री, तेरा सोना मुखड़ा
प्यारा प्यारा मुखड़ा
आँचल में, मैं रखूँ री, चंदा का टुकड़ा
ए जी प्यारा मुखड़ा
तू धरे जहाँ पाँव तो, मुस्काए ये धरती (सैयाँ)
ओजी म्हारी बिनती सुनलो आन, म्हारे भगवान
हमें ना सताओ जी
आओ जी…
सरप डसे, सूना-सूना, कैसा मीठा सा ज़हर
ऐ जी मीठा सा ज़हर
दरद बढ़े, दूना-दूना, उठे हिय में लहर
उठे हिरदे में लहर
मैं करूँ सिंगार तो, शर्माए ये दर्पण (सैयाँ)
ओजी ऊँचे चढ़ के देऊँ अज़ान, न बनो अनजान
पर्दा हटाओ जी
आओ जी…
Movie/Album: चांदन में (2009)
Music By: कैलाश खेर, नरेश कामथ, परेश कामथ, कैलासा
Lyrics By: कैलाश खेर
Performed By: कैलाश खेर
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