बदरी गरजे गिरेला पानियां
बिजुरी चमकेला बरसेला पानियां
जुड़ा खोईल दे हां जुड़ा खोईल दे
खोईल दे अब खोपा गुईया
बाईंध ले अचरा
रैप –
तोर साड़ी केर अचरा के
सिमटाय के बाईंध के
झट से पट से आ
थारी डुब्हा मांईंज के
हायरे ना ला सनाईपर से
माईर के हमर कांड
लुईक गेले बदरी में गुईया कईसन
बदरी में चांद
मोंयतो नी देखलो कहीं रे
तोर जैसन हसीना
1.
सावन के महीना रे गुईया
भादो के महिना
तेहों तोरे अदा देखी
आवथे पसीना
जुड़ा खोईलदे…
रैप –
गद गदा गद गदा
No comments:
Post a Comment