हम्म.. हम्म.. हम्म..
बेखयाली में भी तेरा
ही ख़याल आये
क्यूँ बिछड़ना है ज़रूरी
ये सवाल आये
तेरी नजदीकियों की
ख़ुशी बेहिसाब थी
हिस्से में फासले भी
तेरे बेमिसाल आये
मैं जो तुमसे दूर हूँ
क्यूँ दूर मैं रहूँ
तेरा गुरुर हूँ..
आ, तू फासला मिटा
तू ख्वाब सा मिला
क्यूँ ख्वाब तोड़ दूं..
बेखयाली में भी तेरा
ही ख़याल आये
क्यूँ जुदाई दे गया तू
ये सवाल आये
थोड़ा सा मैं खफा हो
गया अपने आप से
थोड़ा सा तुझपे भी
बेवजाह ही मलाल आये
है ये तड़पन, है ये उलझन
कैसे जी लूँ बिना तेरे
मेरी अब सब से है अनबन
बनते क्यूँ ये ख़ुदा मेरे
हम्म.. हम्म..
ये जो लोग बाग हैं
जंगल की आग हैं
क्यूँ आग में जलूं..
ये नाकाम प्यार में
खुश हैं ये हार में
इन जैसा क्यूँ बनूँ..
रा..तें देंगी बता
नीदों में तेरी ही बात है
भूलूं कैसे तुझे
तू तो खयालों में साथ है
बेखयाली में भी
तेरा ही ख़याल आये
क्यूँ बिछड़ना है ज़रूरी
ये सवाल आये
नज़र के आगे, हर एक मंजर
रेत की तराह, बिखर रहा है
दर्द तुम्हारा, बदन में मेरे
ज़हर की तराह उतर रहा है
नज़र के आगे, हर एक मंजर
रेत की तराह, बिखर रहा है
दर्द तुम्हारा, बदन में मेरे
ज़हर की तराह उतर रहा है
आज़माने आज़मा ले रूठता नहीं
फासला से हौसला टूटता नहीं
ना है वो बेवफा और ना हूँ में बेवफा
वो मेरी आदतों की तरह छूटता नहीं
Song Title : Bekhayali
Singer : – Arijit Singh
Album : Kabir Singh
Lyricist : Irshad Kamil
Music: Sachet-Parampara
Director: Sandeep Reddy Vanga
Cast : Shahid Kapoor, Kiara Advani
Music Label : T-Series
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