गीत: दुनिया
अल्बम: लुक्का चुप्पी
गायक: अखिल, ध्वनी भानूशाली
गीतकार: अभिजीत वाघनी
संगीत: अभिजीत वाघनी
भाषा: हिंदी / Hindi
बुलावे तुझे यार आज मेरी गलिया
बसाऊ तेरे संग मैं अलग दुनिया
बुलावे तुझे यार आज मेरी गलिया
बसाऊ तेरे संग मैं अलग दुनिया
ना आयें कभी दोनों में ज़रा भी फ़ासले
बस एक तू हो, एक मैं हूँ और कोई ना
है मेरा सब कुछ तेरा तू समझ ले
तु चाहे मेरे हक़ की ज़मीन रख ले
तु साँसों पे भी नाम तेरा लिख दे
मै जियु जब जब तेरा दिल धड़के
तूझसे मेरा ये जी नहीं भरता
कुछ भी नहीं असर अब करता
मेरी राह तुझसे
मेरी चाह तुझसे
मुझे बस यहीं रह जाना
लगि हैं तेरी आदतें मुझसे जब से
है तेरे बिन पल भी बरस लगते
बुलावे तुझे यार आज मेरी गलिया
बसाऊ तेरे संग मैं अलग दुनिया
जो होवे तू उदास मुझे देखे हस दे
तु चाहे मेरे हक़ कि ज़मीन रख ले
तु साँसों पे भी नाम तेरा लिख दे
मै जियु जब जब तेरा दिल धड़के
तुझसे मिली तो सीखा मैंने हसना
आया मुझे सफर में ठेहरना
मै तो भूल गयी दुनिया का पता
यारा जब से है तुझे जाना
है तू ही दिल जान है मेरी अब से
वे ज़िकर तेरा न जाए मेरे लब से
बुलावे तुझे यार आज मेरी गलिया
बसाऊ तेरे संग मैं अलग दुनिया
जो होवे तु उदास मुझे देखे हस दे
तु चाहे मेरे हक़ की ज़मीन रख ले
तु साँसों पे भी नाम तेरा लिख दे
मै जियु जब जब तेरा दिल धड़के
प्यार दी रावा उत्ते यार तू ले आया
मैनु जीने दा मतलब आज समझ आया
पराया मेन्नू कर ना, ना तू सोहनेया
चाहे मे तु तुर् जाना
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