चल रानी परदेशे ।
घुईम चली आब सचे
घुईम चली आब (सचे)
कतना सुन्दर दिसे – 2
चाय के बगान
हमर चम्पाकली।
चल जबई असम भुटान।
1.
दूर देशे खटाबई कचिया कमाबई
हप्ता मिली जेखन सिनामा देखाबै।
ऐ रानी तोर खातिर नवा बाजार जाबूं
लाली बजार लेते आबूं
कंगना जायपुर से हम – 2
तोर ले मंगाय देबु।
हमर चम्पाकली।
चल जबई असम भुटान।
2.
असमा के चुरी साड़ी तोर ले मोंय किनी देबु
धन चुनरिया मोंय तोर ले मंगाय देबु
ऐ रानी तोर खातिर
ईटा भटा कमाय जाबूं।
सब सिंगार कराय देबुं
3. पीपर केर छैया में झुलवा झुलाब दुईयो
प्रेम केर बगिया में फुला खिलाब दुईयों
ऐ रानी तोर खातिर
इग्नेसक प्रेम कथा – 2
कभी ना भुलाब
हमर चम्पाकली।
चल जबई असम भुटान।
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