आलाप : भरल गगरी गुईया पानी छप छप रे
लचकेला पतली कमरिया गजरा खोपा भिंजीं गेलक
री0 भरल गगरी गुईया पानी छप छप रे
छलकेला गिरेला हाय बुंदा टप टप रे
लचकेला पतली कमरिया
गजरा खोपा भिंजीं गेलक
अंगिया बिंदिया भिंजीं गेलक
भिंजीं गेलक लहंगा भिंजीं गेलक – 2
गजरा खोपा भिंजीं गेलक
अंगिया बिंदिया भिंजी गेलक
1.
धीरे धीरे चलेला तो गोड़ा बझी जाय रे
देखी के हाय छोड़ा मने सीटी तो बजाय रे
भिंजीं गेलक
गजरा खोपा….
2.
साड़ी के समहरायला तो साया
बिदईक जाय रे
पायरनी गोड़ी भला फंसी फंसी जाय र
भिंजी गेलक
गजरा खोपा भिंजीं गेलक
3.
ठण्डा ठण्डा हवा में अचरा सरईक जाय रे
ओहरे जवानी गुईया जिया कचमचाय रे
भिंजी गेलक
गजरा खोपा भिंजीं गेलक….
भिंजी गेलक लहंगा….
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