हो ह़ो हो हो हो हो।।
झारखण्डक गोरी मन रे – 2
खेलैना झुमरी निहुरी निहुरी दईया रे।
निहुरी निहुरी दइया रे।
अखरा भितारे हायरे ढोल मांदर बाजेला रे
लागे सुहान दईया रे।
मान्दरक थाप सुनी रहलो नी जायला रे
संगे जोरती ऐसन मोके तो बुझाएला रे।
झारखण्डक गोरी मन रे…
झपा साड़ी पिंधल गोरी कैतई सुंदर दिसैना रे
मुसकी हंसी हायरे दिला के मोर मोहैला रे।
झारखण्डक गोरी मन रे…
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