ईश्वर “टूटी” हुई चीज़ों का इस्तेमाल कितनी ख़ूबसूरती से करता है, जैसे बादल टूटने पर पानी की फुहार आती है मिट्टी टूटने पर खेत का रुप लेती है फल के टूटने पर बीज अंकुरित हो जाता है और बीज टूटने पर एक नये पौधे की संरचना होती है इसीलिये जब आप ख़ुद को टूटा हुआ महसूस करे तो समझ लिजिये ईश्वर आपका इस्तेमाल किसी बड़ी उपयोगिता के लिये करना चाहता है। इसीलिए सदैव प्रसन्न रहें और हँसते रहें।
एक खूबसूरत सोच : जिस प्रकार आकाश से गिरा हुआ जल किसी न किसी रास्ते से होकर समुद्र में पहुँच ही जाता है, उसी प्रकार निःस्वार्थ भाव से की गई सेवा और प्रार्थना किसी न किसी रस्ते से ईश्वर तक पहुँच ही जाती हैं।
क्या खूब लिखा है किसी ने, आगे सफर था और पीछे हमसफर था
रूकते तो सफर छूट जाता और चलते तो हमसफर छूट जाता
मंजिल की भी हसरत थी और उनसे भी मोहब्बत थी
ए दिल तू ही बता,उस वक्त मैं कहाँ जाता मुद्दत का सफर भी था और बरसो का हमसफर भी था
रूकते तो बिछड जाते और चलते तो बिखर जाते यूँ समँझ लो, प्यास लगी थी गजब की
मगर पानी मे जहर था पीते तो मर जाते और ना पीते तो भी मर जाते
बस यही दो मसले, जिंदगीभर ना हल हुए
ना नींद पूरी हुई, ना ख्वाब मुकम्मल हुए
वक़्त ने कहा काश थोड़ा और सब्र होता
सब्र ने कहा काश थोड़ा और वक़्त होता
सुबह सुबह उठना पड़ता है कमाने के लिए साहेब आराम कमाने निकलता हूँ आराम छोड़कर
“हुनर” सड़कों पर तमाशा करता है और “किस्मत” महलों में राज करती है
“शिकायते तो बहुत है तुझसे ऐ जिन्दगी,
पर चुप इसलिये हु कि, जो दिया तूने,
वो भी बहुतो को नसीब नहीं होता”
अजीब सौदागर है ये वक़्त भी
जवानी का लालच दे के बचपन ले गया अब अमीरी का लालच दे के जवानी ले जाएगा लौट आता हूँ वापस घर की तरफ हर रोज़ थका-हारा, आज तक समझ नहीं आया की जीने के लिए काम करता हूँ या काम करने के लिए जीता हूँ बचपन में सबसे अधिक बार पूछा गया सवाल -“बङे हो कर क्या बनना है ?”जवाब अब मिला है, – “फिर से बच्चा बनना है “थक गया हूँ तेरी नौकरी से ऐ जिन्दगी मुनासिब होगा मेरा हिसाब कर दे दोस्तों से बिछड़ कर यह हकीकत खुली
बेशक, कमीने थे पर रौनक उन्ही से थी भरी जेब ने ‘ दुनिया ‘ की पहेचान करवाई और खाली जेब ने ‘ अपनो ‘ की जब लगे पैसा कमाने, तो समझ आया, शौक तो मां-बाप के पैसों से पुरे होते थे, अपने पैसों से तो सिर्फ जरूरतें पुरी होती है हंसने की इच्छा ना हो,
तो भी हसना पड़ता है कोई जब पूछे कैसे हो..?
तो मजे में हूँ कहना पड़ता है ये ज़िन्दगी का रंगमंच है दोस्तों,
यहाँ हर एक को नाटक करना पड़ता है “माचिस की ज़रूरत यहाँ नहीं पड़ती,
यहाँ आदमी आदमी से जलता है दुनिया के बड़े से बड़े साइंटिस्ट, ये ढूँढ रहे हैं की
मंगल ग्रह पर जीवन है या नहीं पर आदमी ये नहीं ढूँढ रहा
कि जीवन में मंगल है या नहीं मंदिर में फूल चढ़ा कर आए तो यह एहसास हुआ,
कि पत्थरों को मनाने में? फूलों का क़त्ल कर आए हम गए थे गुनाहों की माफ़ी माँगने,
वहाँ एक और गुनाह कर आए हम…
परखो तो कोई अपना नही समझो तो कोई पराया नहीं चेहरे की हंसी से गम को भुला दो कम बोलो पर सब कुछ बता दो ख़ुद ना रूठो पर सबको हंसा दो यही राज है जिन्दगी का जियो और जीना सिखा दो
जब दुनिया यह कह्ती है कि हार मान लो’ तो आशा धीरे से कान में कह्ती है कि. ‘एक बार फिर प्रयास करो’ और यह ठीक भी है “जिंदगी आईसक्रीम की तरह है, टेस्ट करो तो भी पिघलती है; वेस्ट करो तो भी पिघलती है, इसलिए जिंदगी को टेस्ट करना सीखो, वेस्ट तो हो ही रही है “Life is very beautiful” जिन्दगी को आसान नहीं बस खुद को मजबूत बनाना पड़ता है, सही समय कभी नही आता बस समय को सही बनाना पड़ता है तकदीर के खेल से नाराज नहीं होते जिंदगी में कभी उदास नहीं होते हाथों किं लक़ीरों पे यक़ीन मत करना तकदीर तो उनकी भी होती हैं, जिन के हाथ ही नहीं होते!
हजारो फूल चाहिए एक माला बनाने के लिए, हजारों दीपक चाहिए एक आरती सजाने के लिए हजारों बून्द चाहिए समुद्र बनाने के लिए, पर ” स्त्री “अकेली ही काफी है घर को स्वर्ग बनाने के लिए संतुष्ट जीवन सफल जीवन से सदैव श्रेष्ठ होता है क्योंकि सफलता सदैव दूसरों के द्वारा आंकलित होती है जबकि संतुष्टि स्वयं के मन और मस्तिष्क द्वारा
जो पिता के पैरों को छूता है वो कभी गरीब नहीं होता।
जो मां के पैरों को छूता है वो कभी बदनसीब नही होता। जो भाई के पैराें को छूता है वो कभी गमगीन नही होता।
जो बहन के पैरों को छूता है वो कभी चरित्रहीन नहीं होता।
जो गुरू के पैरों को छूता है उस जैसा कोई खुशनसीब नहीं होता
अच्छा दिखने के लिये मत जिओ बल्कि अच्छा बनने के लिए जिओ
जो झुक सकता है वह सारी दुनिया को झुका सकता है
अगर बुरी आदत समय पर न बदली जाये तो बुरी आदत समय बदल देती है
चलते रहने से ही सफलता है, रुका हुआ तो पानी भी बेकार हो जाता है
झूठे दिलासे से स्पष्ट इंकार बेहतर है अच्छी सोच, अच्छी भावना, अच्छा विचार मन को हल्का करता है
मुसीबत सब पर आती है, कोई बिखर जाता है और कोई निखर जाता है दुनिया की ताकतवर चीज है “लोहा” जो सबको काट डालता है लोहे से ताकतवर है “आग”जो लोहे को पिघला देती है आग से ताकतवर है “पानी” जो आग को बुझा देता है और पानी से ताकतवर है “इंसान” जो उसे पी जाता है
इंसान से भी ताकतवर है मौत जो उसे खा जाती है!और मौत से भी ताकतवर है दुआ जो मौत को भी टाल सकती है!
तेरा मेरा करते एक दिन चले जाना है जो भी कमाया यही रह जाना है कर ले कुछ अच्छे कर्म साथ यही तेरे आना है!
मुझे वोरिश्ते पसंद है, जिनमें “मैं” नहीं “हम”हो
1- पहले लोग घर के दरवाजे पर एक आदमी तैनात करते थे ताकि कोई कुत्ता घर में न घुस जाये। आजकल घर के दरवाजे पर कुत्ता तैनात करते हैं ताकि कोई आदमी घर में न घुस जाए।
2- पहले आदमी खाना घर में खाता था और लैट्रीन घर के बाहर करने जाता था। अब खाना बाहर खाता है और लैट्रीन घर में करता है।
3- पहले शादियों में घर की औरतें खाना बनाती थीं और नाचने वाली बाहर से आती थीं। अब खाना बनाने वाले बाहर से आते हैं और घर की औरतें नाचती हैं।
4- पहले आदमी साइकिल चलाता था और गरीब समझा जाता था। अब आदमी कार से ज़िम जाता है साइकिल चलाने के लिए।
चारों महत्वपुर्ण बदलाव हैं !
वाह रे मानव तेरा स्वभाव “लाश को हाथ लगाता है तो नहाता है पर बेजुबान जीव को मार के खाता है! यह मंदिर-मस्ज़िद भी क्या गजब की जगह है दोस्तो जंहा गरीब बाहर और अमीर अंदर ‘भीख’ मांगता है!
विचित्र दुनिया का कठोर सत्य
बारात मे दुल्हे सबसे पीछे और दुनिया आगे चलती है, मय्यत मे जनाजा आगेऔर दुनिया पीछे चलती है यानि दुनिया खुशी मे आगे और दुख मे पीछे हो जाती है!
अजब तेरी दुनिया गज़ब तेरा खेल
मोमबत्ती जलाकर मुर्दों को याद करना और मोमबत्ती बुझाकर जन्मदिन मनाना!
लाइन छोटी है,पर मतलब बहुत बड़ा है उम्र भर उठाया बोझ उस कील ने और लोग तारीफ़ तस्वीर की करते रहे पायल हज़ारो रूपये में आती है, पर पैरो में पहनी जाती है और बिंदी 1 रूपये में आती है मगर माथे पर सजाई जाती है इसलिए कीमत मायने नहीं रखती उसका कृत्य मायने रखता हैं एक किताबघर में पड़ी गीता और कुरान आपस में कभी नहीं लड़ते, और जो उनके लिए लड़ते हैं वो कभी उन दोनों को नहीं पढ़ते नमक की तरह कड़वा ज्ञान देने वाला ही सच्चा मित्र होता है, मिठी बात करने वाले तो चापलुस भी होते है। इतिहास गवाह है की आज तक कभी नमक में कीड़े नहीं पड़े।और मिठाई में तो अक़्सर कीड़े पड़ जाया करते है
अच्छे मार्ग पर कोई व्यक्ति नही जाता पर बुरे मार्ग पर सभी जाते है
इसीलिये दारू बेचने वाला कहीं नही जाता ,
पर दूध बेचने वाले को घर-घर गली -गली , कोने- कोने जाना पड़ता है! दूध वाले से बार -बार पूछा जाता है कि पानी तो नही डाला ?
पर दारू मे खुद हाथो से पानी मिला-मिला कर पीते है ।
इंसान की समझ सिर्फ इतनी हैं कि उसे “जानवर” कहो तो नाराज हो जाता हैं और
“शेर” कहो तो खुश हो जाता हैं!
कोई टूटे तो उसे सजाना सीखो, कोई रुठे तो उसे मनाना सीखो! रिश्ते तो मिलते है मुकद्दर से, बस उन्हे खूबसूरती से निभाना सीखो।
जन्म लिया है तो सिर्फ साँसे मत लीजिये, जीने का शौक भी रखिये शमशान ऐसे लोगों की राख से भरा पड़ा है जो समझते थे, दुनिया उनके बिना चल नहीं सकती.
हाथ में टच फ़ोन, बस स्टेटस के लिये अच्छा ह, सबके टच में रहो, ज़िन्दगी के लिये ज्यादा अच्छा है…
ज़िन्दगी में ना ज़ाने कौनसी बात “आख़री” होगी!ना ज़ाने कौनसी रात “आख़री” होगी ।
मिलते, जुलते, बातें करते रहो यार एक दूसरे से, ना जाने कौनसी “मुलाक़ात” आख़री होगी
मिली थी जिन्दगी किसी के ‘काम’ आने के लिए, पर वक्त बित रहा है, कागज के टुकड़े कमाने के लिए।क्या करोगे, इतना पैसा कमा कर? ना कफन मे जेब है ना कब्र मे अलमारी!
और ये मौत के फ़रिश्ते तो रिश्वत भी नही लेते। खुदा की मोहब्बतको फना कौन करेगा? सभी बंदे नेक तो गुनाह कौन करेगा ? “ए खुदा मेरे इन दोस्तो को सलामत रखना वरना मेरी सलामती की दुआ कौन करेगा ?
और रखना मेरे दुश्मनो को भी मेहफूस वरना मेरी तेरे पास आने की दुआ कौन करेगा ?
खुदा ने मुझसे कहा, “इतने दोस्त ना बना तू , धोखा खा जायेगा” मैने कहा “ए खुदा, तू ये मेसेज पढनेवालो से मिल तो सही, तू भी धोखे से दोस्त बन जायेगा नाम छोटा है मगर दिल बडा रखता हु। पैसो से उतना अमीर नही हु।मगर अपने यारो के गम खरिद ने की हैसयत रखता हु। मुझे ना हुकुम का ईक्का बनना है ना रानी का बादशाह। हम जोकर ही अच्छे है जिस के नसीब में आऐंगे, बाज़ी पलट देंगे।!
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