वाह रे जमाने तेरी हद हो गई, बीवी के आगे माँ रद्द हो गई ! बड़ी मेहनत से जिसने पाला, आज वो मोहताज हो गई ! और कल की छोकरी, तेरी सरताज हो गई ! बीवी हमदर्द और माँ सर!दर्द हो गई ! वाह रे जमाने तेरी हद हो गई!
पेट पर सुलाने वाली, पैरों में सो रही! बीवी के लिए लिम्का, माँ पानी को रो रही! सुनता नहीं कोई, वो आवाज देते सो गई! वाह रे जमाने तेरी हद हो गई!
माँ मॉजती बर्तन, वो सजती संवरती है अभी निपटी ना बुढ़िया तू, उस पर बरसती है! अरे दुनिया को आई मौत, तेरी कहाँ गुम हो गई! वाह रे जमाने तेरी हद हो गई!
अरे जिसकी कोख में पला, अब उसकी छाया बुरी लगती, बैठ होण्डा पे महबूबा, कन्धे पर हाथ जो रखती, वो यादें अतीत की, वो मोहब्बतें माँ की, सब रद्द हो गई!
वाह रे जमाने तेरी हद हो गई! बेबस हुई माँ अब, दिए टुकड़ो पर पलती है, अतीत को याद कर, तेरा प्यार पाने को मचलती है ! अरे मुसीबत जिसने उठाई, वो खुद मुसीबत हो गई !वाह रे जमाने तेरी हद हो गई!
मां तो जन्नत का फूल है, प्यार करना उसका उसूल है, दुनिया की मोह्ब्बत फिजूल है, मां की हर दुआ कबूल है, मां को नाराज करना इंसान तेरी भूल है, मां के कदमो की मिट्टी जन्नत की धूल है!
बुद्ध ने एक सच्चाई बताई थी –
मरना सभी को है लेकिन मरना कोई नहीं चाहता
आज परिस्थिति और भी विषम हैं
भोजन सभी को चाहिए लेकिन खेती करना कोई नहीं चाहता!
पानी सभी को चाहिए लेकिन पानी बचाना कोई नहीं चाहता!
दूध सभी को चाहिए लेकिन गाय पालना कोई नहीं चाहता!
छाया सभी को चाहिए लेकिन पेड़ लगाना और उसे जिन्दा रखना कोई नहीं चाहता!
बहु सभी को चाहिए पर बेटी बचाना कोई नहीं चाहता!
जो भाग्य में है, वह भाग कर आएगा, जो नहीं है वह आकर भी भाग जाएगा!
यहाँ सब कुछ बिकता है, दोस्तों रहना जरा संभाल के, बेचने वाले हवा भी बेच देते है गुब्बारों में डाल के!
सच बिकता है, झूट बिकता है, बिकती है हर कहानी, तीनों लोक में फेला है , फिर भी बिकता है बोतल में पानी,
कभी फूलों की तरह मत जीना, जिस दिन खिलोगे, टूट कर बिखर्र जाओगे, जीना है तो पत्थर की तरह जियो, जिस दिन तराशे गए, “Anmol hira” बन जाओगे!
रिश्ता दिल से होना चाहिए, शब्दों से नहीं,
नाराजगी शब्दों में होनी चाहिए दिल में नहीं!
सड़क कितनी भी साफ हो धुल तो हो ही जाती है, इंसान कितना भी अच्छा हो भूल तो हो ही जाती है!
आइना और परछाई के जैसे मित्र रखो क्योकि
आइना कभी झूठ नही बोलता और परछाई कभी साथ नही छोङती!
खाने में कोई ज़हर घोल दे तो एक बार उसका इलाज है लेकिन कान में कोई ज़हर घोल दे तो,
उसका कोई इलाज नहीं है।
मैं अपनी ज़िंदगी मे हर किसी को
अहमियत’ देता हूँ क्योंकि जो अच्छे होंगे वो साथ देंगे और जो बुरे होंगे वो सबक देंगे!
अगर लोग केवल जरुरत पर ही आपको याद करते है तो बुरा मत मानिये बल्कि गर्व कीजिये क्योंकि मोमबत्ती की याद तभी आती है,
जब अंधकार होता है।”
चिड़िया जब जीवित रहती है तब वो किड़े-मकोड़े को खाती है।और चिड़िया जब मर जाती है तब किड़े-मकोड़े उसको खा जाती है।
इसलिए इस बात का ध्यान रखो की समय और स्थिति कभी भी बदल सकते है.
इसलिए कभी किसी का अपमान मत करो
कभी किसी को कम मत आंको।
तुम शक्तिशाली हो सकते हो पर समय तुमसे भी शक्तिशाली है।
एक पेड़ से लाखो माचिस की तिलियाँ बनाई जा सकती है।
पर एक माचिस की तिली से लाखो पेड़ भी जल सकते है।
कोई चाहे कितना भी महान क्यों ना हो जाए, पर कुदरत कभी भी किसी को महान बनने का मौका नहीं देती।
पानी से तस्वीर कहाँ बनती है, ख्वाबों से तकदीर कहाँ बनती है,
किसी भी रिश्ते को सच्चे दिल से निभाओ, ये जिंदगी फिर वापस कहाँ मिलती है
कौन किस से चाहकर दूर होता है, हर कोई अपने हालातों से मजबूर होता है,
हम तो बस इतना जानते हैं हर रिश्ता मोती और हर दोस्त कोहिनूर होता है। कोई टूटे तो उसे सजाना सीखो, कोई रुठे तो उसे मनाना सीखो!
रिश्ते तो मिलते है मुकद्दर से, बस उन्हे खूबसूरती से निभाना सीखों।
जन्म लिया है तो सिर्फ साँसे मत लीजिये,
जीने का शौक भी रखिये शमशान ऐसे लोगो की राख से भरा पड़ा है जो समझते थे.दुनिया उनके बिना चल नहीं सकती
हाथ में टच फ़ोन, बस स्टेटस के लिये अच्छा ह!
सबके टच में रहो, जींदगी के लिये ज्यादा अच्छा ह!
ज़िन्दगी में ना ज़ाने कौनसी बात आख़री होगी!
ना ज़ाने कौनसी रात आख़री होगी ।
मिलते, जुलते, बातें करते रहो यार एक दूसरे से,
ना जाने कौनसी मुलाक़ात आख़री होगी!
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